आरडी गार्डी अस्पताल की अव्यवस्था से रहवासी आक्रोशित,
उज्जैन। शहर में कोरोना का कहर दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा हैं। कोरोना के रोज नए मरीज नए क्षेत्रों में मिल रहे हैं। इससे शहर में खतरा बढ़ता ही जा रहा हैं। सोमवार को फिर 17 मरीज सामने आए हैं। इसके साथ ही शहर में मरीजो की संख्या बढ़कर 176 हो गई हैं। वही आज 4 लोगो की मौत हो गई। मरने वालों का आंकड़ा 35 हो गया हैं। मरने वालों में 55 वर्षीय तोपखाना निवासी, 45 वर्षीय कार्तिक चौक निवासी, 56 वर्षीय जैन कॉलोनी ओर 60 वर्षीय व्यक्ति गौंसा दरवाजा निवासी व्यक्ति शामिल हैं। सोमवार को 7 मरीजो की रिपोर्ट नेगेटिव आयी हैं। जिन्हें पुनः उनके घर रवाना कर दिया गया हैं।
- स्वास्थ व्यवस्था पर उठे सवाल
- शहर में लगातार कोरोना संक्रमितों की मौत का ओसत पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं। इसको लेकर लोगों में डर का माहौल हैं। लोगो ने उज्जैन में संचालित स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसा नही रहा। कोविड-19 के इलाज के लिए चिन्हित अस्पताल की सेवाओं से मरीज ओर नगरवासी असन्तुष्ट हैं। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली के लिए जिला प्रशासन और आरडी गार्डी अस्पताल के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया हैं। रविवार को भाजपा पार्षद की मौत के पूर्व के जारी वीडियो में यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। रविवार को ही एक ओर कोरोना से मृत मनोज चौधरी के पुत्र ने भी अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके पुत्र के अनुसार अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम यह हैं कि जब तक संदिग्घ मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव न आ जाये इलाज शुरू नही किया जाता हैं। इलाज में देरी की वजह से ही उज्जैन में मौतों की दर देश में सबसे अधिक हैं।
- 6 से 8 हजार में कई घंटे काम कर रहे कर्मचारी
- आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में व्यवस्था संभाल रहे अस्पताल प्रबंधन का स्टॉफ 6 हजार से लेकर 8 हजार रुपये मासिक में काम कर रहा हैं। ऐसे में यह प्रश्न खड़ा होता हैं कि या तो यहां कार्यरत नर्सिंग स्टाफ़ अनुभव हीन हैं ओर अगर अनुभवी हैं तो फिर ये शोषण क्यों? यहां यह उल्लेखनीय हैं कि अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ़ अपने निम्न मानदेय को लेकर पूर्व में आंदोलन कर चुका हैं। उस समय प्रबंधन ने उनकी आवाज को दबा दिया था।
- केंद्र से जल्द ही पहुचेंगे चिकित्सकों का उच्चस्तरीय जांच दल
- केंद्र से जल्द ही एक उच्चस्तरीय चिकित्सकों का जांच दल उज्जैन पहुचेगा ओर यहां का हालतों की समीक्षा कर केन्द्र को रिपोर्ट सौंपेगा। ये आश्वाशन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया को सोमवार को फोन पर हुई चर्चा में दिया है। कोरोना के कारण देशभर के मुकाबले उज्जैन में मौत का आंकड़ा सर्वाधिक है। यहां मृत्युदर 20 फीसदी है। इसे लेकर उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया ने पिछले दिनों चिंता जताते हुवे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन को पत्र लिखा था। इसी को लेकर केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को उज्जैन सांसद को फोन कर चर्चा की। इसी चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने सांसद के पत्र के आधार पर इस दल को भेजने का निर्णय लिया है।
- प्रशासन पर अस्पताल को बचाने के लग रहे आरोप
- कोविड- 19 में लिए चिन्हित अस्पताल के ट्रस्ट में भाजपा के एक स्थानीय नेता के ट्रस्टी होने के चलते प्रशासन पर अस्पताल को बचाने के आरोप लग रहे हैं। इसी को लेकर सोमवार को कांग्रेस नेताओ ने अस्पताल के प्रबंधक डॉ. महाडिक के निवास पर धरना प्रदर्शन किया। साथ ही डॉ. महाडिक पर एफआईआर दर्ज करने की मांग स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने की हैं। उन्होंने मांग की हैं कि दो दिन में अस्पताल की व्यवस्था का दुरुस्त कर डॉ. महाडिक पर प्रकरण दर्ज किया जाए। उल्लेखनीय हैं कि डॉ. महाडिक ने गैरकानूनी तरीक़े से अपने भाई को कोरोना पॉज़िटिव होने के बावजूद घर में रखा और ग्रीन झोन में शामिल चेरिटेबल होस्पिटल में उनके भतीजे का एक्स रे किया । जिससे स्टाफ की एक नर्स कोरोना पॉजिटिव हो गई।